डॉ रविंद्र सिंह से हुई महामारी के चलते कुछ अपनत्व के बारे में सुझाव दिया
डॉ रविंद्र सिंह से हुई महामारी के चलते कुछ अपनत्व के बारे में सुझाव दिया ब्यूरो चीफ आदर्श श्रीवास्तव की रिपोर्ट आजमगढ़ आजमगढ़-डॉ.रविंद्र सिंह दोस्तों आज मैं दानव जैसी वैश्विक महामारी और अपनों के संबंध के बारे में चर्चा कर रहा हूं। यदि आपका कोई बहुत ही निकट परिवार का, रिश्तेदार, मित्र, या शुभचिंतक हो, और आपको न मिल रहा हो तो नाराज़ होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि वह आपकी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं जिन्हें वे शब्दों में नहीं बयां कर सकते थे। और फिर उन्होंने पूरी दुनिया में लोगों को अपने से बिछड़ने का जो तांडव देख रहा है उससे उसकी रूह तक कांप गई है और उसने सोच रखा है कि मैं किसी अपने को इस वैश्विक महामारी में नहीं खोउगा, भले ही बरसों बाद मुलाकात हो, ये चलेगा । और फिर जो तुम्हारीत्व है वह तो साफ है कि तुम का सुरक्षित रहना आवश्यक है ना कि मिलना। और जो लोग आपके पास वह है तो सभी लोग जानते हैं और आप उनके बारे में कुछ कह रहे हैं तो लोग थोड़ा अनबन भी समझ रहे हैं जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। इस समय की जो माँग है वह सिर्फ इतनी है कि जो मरी हुई मानवता थी उसे जीवित करने की ज़रूरत है और अपनी अपनी