शीर्षक - उन माँ-बाप को भूला दिया
शीर्षक - उन माँ-बाप को भूला दिया --------------------------------------------------------- उन माँ-बाप को भूला दिया, जन्म जिन्होंने हमको दिया। मान लिया बोझ उनको, पालन- पोषण जिन्होंने किया।। उन माँ-बाप को भूला दिया------------------।। हमारे जन्म से पहले उन्होंने , सपनें कितने संजोये होंगे। देने को हमको जन्म उन्होंने, दुःख-दर्द उन्होंने सहे होंगे।। यह हमने क्यों नहीं सोचा, उनको हमने ठुकरा दिया। मान लिया बोझ उनको, पालन-पोषण जिन्होंने किया।। उन माँ-बाप को भूला दिया----------------।। कर्जा उन्होंने लिया होगा, हमको शिक्षा दिलाने में। भूखे- प्यासे सोये होंगे, हमको काबिल बनाने में।। जब हम पैसा कमाने लगे तो, कर्ज उनका भूला दिया। मान लिया बोझ उनको, पालन-पोषण जिन्होंने किया।। उन माँ-बाप को भूला दिया-----------------।। रहने लगे हम उनसे अलग, शादी हमारी होने पर। भूल गए उनकी सेवा हम, असहाय उनके होने पर।। भगवान है माँ- बाप तो, संस्कार हमने यह भूला दिया। मान लिया बोझ उनको, पालन-पोषण जिन्होंने किया।। उन माँ-बाप को भूला दिया-----------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार- गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद तहसील एवं ज