शीर्षक - तुमको बदनाम करेगी
शीर्षक - तुमको बदनाम करेगी
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तुमको बदनाम करेगी, हरकतें ऐसी तुम्हारी।
तेरी दुश्मन है सच में, आदतें बुरी तुम्हारी।।
तुमको बदनाम करेगी---------------।।
बचाने को तेरी इज्जत, रहा खामोश अब तक।
तुमको बर्बाद करेगी, हसरतें ऐसी तुम्हारी।।
तुमको बदनाम करेगी----------------।।
कौन है यहाँ वह ऐसा, सितम जो तुम्हारे सहे।
सजा सच तुमको देगी , मुझसे नफरत तुम्हारी।।
तुमको बदनाम करेगी---------------।।
मैंने तो बहुत निभाई, वफ़ा जो भी की तुमसे।
तुमको तन्हा करेगी, बगावत मुझसे तुम्हारी।।
तुमको बदनाम करेगी----------------।।
कोई भी मरता नहीं है, किसी की अर्थी के संग।
किश्ती तेरी ले डूबेगी, महफिलें ऐसी तुम्हारी।।
तुमको बदनाम करेगी---------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
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