शब्दव्यूह साहित्य मंच पर हुआ आजादी का अमृत उत्सव*

 *शब्दव्यूह साहित्य मंच पर हुआ आजादी का अमृत उत्सव*



शब्दव्यूह साहित्य मंच पर दिनाँक 25 जनवरी 2022 को शानदार ढंग से प्रथम कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। 

कार्यक्रम की शुरुआत आदरणीया अंजना सिन्हा जी ने अपनी मधुर वाणी से साथ माँ शारदे की वंदना गीत से प्रारंभ की एवं आदरणीया मधु शंखधर 'स्वतंत्र' जी ने अपनी मीठी वाणी से स्वागत गीत गाकर अतिथियों का एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी शब्दकारों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ फ़िल्म जगत के जाने माने कलाकार एवं साहित्यकार श्री सुनील दत्त मिश्रा जी ने अपनी उपस्तिथि से सभी शब्दकारों का उत्साहवर्धन किया एवं अंत समय तक उपस्थित रहकर ढेर सारी जानकारियां दी। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि आदरणीया व्यंजना आनंद 'मिथ्या' जी भी अंत तक कार्यक्रम में उपस्थित रहीं एवं सभी शब्दकारों का उत्साहवर्धन किया। बता दें कि आदरणीया व्यंजना जी एक प्रसिद्ध छंद गुरु हैं। उनकी उपस्थित से कार्यक्रम के सभी साहित्यकारों में एक अलग ही उत्साह नजर आया। शब्दव्यूह साहित्य मंच के संरक्षक आदरणीय अजय श्रीवास्तव जी ने भी उपस्थित होकर सभी शब्दकारों का उत्साहवर्धन किया एवं शब्दव्यूह साहित्य मंच के उपाध्यक्ष आदरणीय ओमप्रकाश श्रीवास्तव जी ने अपनी उपस्थिति दी एवं सराहनीय काव्यपाठ किया। कार्यक्रम का संचालन शब्दव्यूह साहित्य मंच के संस्थापक चंदन केसरवानी जी ने सुमधुर ढंग से कियाल। उनकी उत्कृष्ट मंच संचालन की तारीफ सभी साहित्यकारों ने एवं मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि ने भी किया। शब्दव्यूह साहित्य मंच के आजादी के अमृत उत्सव कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से कवियों एवं कवियित्रियों ने भाग लिया और सभी ने देशभक्ति के रंग में रंग दिया। गुरदयाल झारिया जी,सुरंजना पाण्डेय जी,विकास शर्मा शिवाय जी राजस्थान से,डॉ.संजू त्रिपाठी जी,प्रभात कुमार राजपूत जी गोण्डा से, रामजी त्रिवेदी जी फर्रुखाबाद से,ममता तिवारी जी छत्तीसगढ़ से,बलविंदर सिंह घनारी जी हिमांचल प्रदेश से,रमेश मालचिमणे जी कर्नाटक से,अंजना सिन्हा जी छत्तीसगढ़ से,सुधा पाण्डेय जी,नम्रता श्रीवास्तव जी बाँदा से,नरेंद्र वैष्णव जी छत्तीसगढ़ से,गौतम केशरी जी बिहार से,डॉ. आर.के. मतङ्ग जी,संजय जैन 'बीना' जी मुम्बई से,सरिता सिंह जी गोरखपुर से,डॉ. जबरा राम कंडारा जी राजस्थान से,नन्दिता माजी शर्मा जी,डॉ. मीरा पुष्पांजलि जी झारखंड से,सविता मिश्रा जी,सीमा वर्णिका जी,कृष्ना जोशी जी इंदौर से,ज्योति सिन्हा जी,दिव्यांशु पाण्डेय जी,लक्ष्मीकांत सोनी जी मोहोबा से,तरुण रस्तोगी जी, आदि कवियों एवं कवियित्रियों ने देश के विभिन्न राज्यों से उपस्थित होकर कार्यक्रम को भव्य एवं सफल बनाया। शब्दव्यूह साहित्य मंच के संस्थापक आदरणीय चन्दन केसरवानी जी ने बताया कि आने वाले समय में शब्दव्यूह साहित्य मंच पर विभिन्न तरह के साहित्यक कवि सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा एवं शब्दव्यूह का एक यूट्यूब चैनल भी है जिसपर सभी शब्दकारों की रचनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जाएगा। शब्दव्यूह साहित्य मंच जल्द ही फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी अपने कार्यक्रम के माध्यम से हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयत्न करता रहेगा। ये सभी बातें शब्दव्यूह साहित्य मंच के मीडिया प्रभारी आदरणीय शैलेन्द्र पयासी जी द्वारा साझा की गई। बता दें कि आदरणीय शैलेन्द्र पयासी जी विभिन्न साहित्य मंचों पर मीडिया प्रभारी के रूप में सक्रिय हैं और हिंदी साहित्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित है। शब्दव्यूह साहित्य मंच कानपुर सभी शब्दकारों का स्वागत एवं अभिनन्दन करता है। कार्यक्रम का समापन मुख्य,अतिथि विशिष्ट एवं शब्दव्यूह साहित्य मंच की अध्यक्षा आदरणीया मधु शंखधर स्वतंत्र जी ने अपने सम्बोधन से किया। सभी ने एक दूसरे को गणतंत्र दिवस की शुभकानाएं दी।

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