स्योहारा।पुलिस अभिरक्षा से फरार एवं कुख्यात और इनामी बदमाश आदित्य राणा के लिए थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव चोधरी द्वारा बिछाया गया जाल बीती देर रात काम तो आ गया
स्योहारा।पुलिस अभिरक्षा से फरार एवं कुख्यात और इनामी बदमाश आदित्य राणा के लिए थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव चोधरी द्वारा बिछाया गया जाल बीती देर रात काम तो आ गया
लेकिन पुलिस से मुठभेड़ के बावजूद भी आदित्य पुनः भागने में कामयाब हो गया जबकि उसका भाई गिरफ्तार कर लिया गया।
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव चोधरी ने बताया कि
प्रदेश स्तर के कुख्यात माफिया अपराधी आदित्य राणा पुत्र राजपाल सिंह
निवासी रानानगला थाना स्योहारा बिजनौर की गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिदेशक के आदेश के क्रम में पुलिस अधीक्षक जनपद बिजनौर द्वारा कुख्यात माफिया अपराधी
आदित्य राणा पुत्र राजपाल सिंह निवासी रानानगला थाना स्योहारा बिजनौर की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित
किया गया था । आदेश के अनुपालन को बीती रात थाना प्रभारी निरीक्षक
मय हमराह उ0नि0 प्रशान्त सिंह, है0का0 विपिन, है0का0 प्रदीप कुमार, है0का0
ब्रजपाल, है0का0 सतीश कुमार व का0 श्यामवीर, का0 प्रदीप कुमार मय म0का0
आंचल मय गाडी सरकारी नं0 UP20 AG 0503 मय चालक का0 अमरपाल व दीगर पुलिस
बल प्राइवेट वाहन के मा० न्यायालय से प्राप्त आदेश NBW व धारा 83 Crpc की कार्यवाही हेतु फरार
व सुरक्षा की देख-रेख शान्ति व्यवस्था, चैकिंग संदिग्ध व्यक्ति/वाहन, गश्त,तलाश वाँछित/
वारण्ट्री, व रोकथाम जुर्म जरायम व प्रचलित अभियान व फरार अभियुक्त आदित्य राणा की तलाश हेतु
उसके रिश्तेदार व परिजन आदि के मिलने के सम्भावित स्थानों पर अन्द्र थाना क्षेत्र में मामूर था कि
मुखबिर खास ग्राम बुढ़नपुर रास्ते में मिला जिसके द्वारा सूचना मिली कि फरार कुख्यात अपराधी
आदित्य राणा पुत्र राजपाल सिंह निवासी ग्राम रानानंगला थाना स्योहारा जनपद बिजनौर अपने 02
अन्य साथियों सहित अपने भाई चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू पुत्र राजपाल सिंह से मिलने उसके गाँव रानानंगला
में आया हुआ है और आज चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू अपनी बुलेरो गाड़ी से आदित्य
राणा व उसके 02 अन्य साथियों को कही सुरक्षित स्थान पर छोड़ने हेतु जा रहा है। यदि समय पर
जाये तो पकड़ा जा सकता है। मुखबिर खास की सूचना पर विश्वास करके अफसरानवाला को अवगत
कराते हुए बिना देरी किये हुए मुखबिर के द्वारा बताये गये मुकाम पर पहुँचे तो मुखबिर ने इशारा करके
बताया कि जो रानानंगला गांव की तरफ से गाडी बुलेरो रूपपुर शाहपुर रोड के मोड पर आ रही है इसी
बुलेरो गाडी में आदित्य राणा व उसका भाई चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू व उसके 02 अन्य साथी है। और मुखबिर
बताकर चला गया। तभी हम पुलिस वालो ने मुखबिर द्वारा बतायी गयी गाडी में फरार अपराधी आदित्य
राणा के होने का शक होने पर उस गाडी की घेराबन्दी की गयी और गाडी से बाहर निकलने को कहा
गया तो बुलेरो गाडी के साइडो से आदित्य राणा व उसका भाई चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू एवं 02 अज्ञात
व्यक्ति हम पुलिस वालो पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करते हुए बुलेरो गाडी से उतरकर
भागने लगे और इनके द्वारा की गयी फायरिंग से हम पुलिस वाले मरने से बाल बाल बचे कि हम लोगो
द्वारा फायरिंग के जबाब में सिखलाये गये तरीके से बचाव करते हुए जबाबी फायरिंग करते हुए घेरा
बन्दी की गयी एवं स्वयं को पुलिस बताते हुए उन्हें आत्मसमर्पण हेतु कहा गया तो उक्त सभी हम पुलिस
वालो पर पुन: फायरिंग करते हुए अलग-अलग विपरीत दिशाओं में भागने लगे। हम पुलिस वालों द्वारा भीजबाबी फायरिंग करते हुए सिखलाये गये तरीके से उनका पीछा किया गया तो चन्द्रवीर उर्फ
बिट्टू को समय घेर कर पकड़ लिया एवं आदित्य राणा व 02 अन्य व्यक्ति अंधेरे का
लाभ उठाते हुए जंगल में भाग गये। जिनका पीछा उ0नि0 प्रशान्त सिंह व है0का0 विपिन,
है0का0 सतीश ने जंगल में काफी दूर तक किया किन्तु अंधेरा एवं गन्ने के खेत व अंधेरे का
फायदा उठाकर आदित्य राणा व अन् दो व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे ।
आदित्य राणा को भागते हुए मुझ प्रभारी निरीक्षक एवं उ0नि0 प्रशान्त सिंह द्वारा भी पहचान लिया गया है।
घटनाक्रम के बारे मे मौके से ही अफसरानवाला को सूचना दी गयी। पकड़े गये चन्द्रवीर उर्फ
पुत्र राजपाल सिंह की जामा तलाशी ली गयी तो
इसके पास से एक तमंचा 315 बोर मय 06 अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर व एक खोखा 315
तमंचे की नाल में फसा हुआ है बरामद हुए। पकड़े गये व्यक्ति/अभियुक्त चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू से
नाजायाज तमंचा व कारतूस रखने का कारण पूछा तो माफी मांगते हुए अपने भाई आदित्य राणा
स्वयं की पुलिस से बचाव हेतु रखना बताया । पुलिस पर जानलेवा फायरिंग करने के बारे में पूछने
चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू ने बताया कि अपने भाई आदित्य राणा व उसके अन् साथियो को पुलिस से
के लिए फायरिंग की गयी है। मैंने अपने भाई आदित्य राणा व उसके 02 अन्य साथियों को पुलि
गिरफ्तार होने से बचा लिया है और मेरा मकसद पूरा हो गया है। पकडे गये अभियुक्त चन्द्रवीर उप
बिट्टू से भागने वाले व्यक्तियों के बारे मे मालूम किया गया तो उसने बताया कि गत 22 मार्च को
को मेरा भाई आदित्य राणा व उसके 02 अन्य साथी मेरे घर पर आये थे जिनके नाम व पते मैं नही
जानता हूँ और न ही मेरे भाई आदित्य राणा ने भी उनके नाम व पते मुझे नही बताये थे आज मै
भाई आदित्य राणा व उसके 02 अन्य साथियों को पुलिस की गिरफ्तारी से बचाने के लिये सुरक्षि
स्थान पर अपनी बुलेरो गाड़ी से उसके साथियो सहित छोडने जा रहा था गाडी मैं चला रहा था कि
पुलिस के अचानक आ जाने से मैं पकडा गया। गिरफ्तार 1. आदित्य राणा पुत्रगण राजपाल सिंह
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307/332/353 भादवि व अभियुक्त चन्द्रवीर उर्फ बिट्टू का जुर्म धारा 307,332, 353,216 भ
3/25 आर्म्स एक्ट का होने पर उनके विरूद्ध मु0अ0सं0 147/23 धारा 307,332,353,216
व 3/25 आर्म्स एक्ट का पंजीकृत किया गया । आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
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