शीर्षक - मेरे बिना तुम जी नहीं सकोगे

 दिनांक 22/08/022(सोमवार)

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शीर्षक - मेरे बिना तुम जी नहीं सकोगे


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मेरे बिना तुम , जी नहीं सकोगे।

कभी चैन से तुम, रह नहीं सकोगे।।

मेरे बिना तुम--------------------------।।


माना कि तुमसे झगड़ा, हुआ हर दिन है।

फिर भी मनाया तुमको, मैंने हर दिन है।।

प्यार ऐसा और से, पा नहीं सकोगे।

कभी चैन से तुम, रह नहीं सकोगे।।

मेरे बिना तुम------------------------।।


निभायेगा कौन वफ़ा, मेरी तरह तुमसे।

बदनामी - जुल्म , ऐसे सहकर तुमसे।।

इज्जत किसी से ऐसी,पा नहीं सकोगे।

कभी चैन से तुम, रह नहीं सकोगे।।

मेरे बिना तुम-------------------------।।


समझेगा दर्द तेरे , कौन मेरी तरहां।

पूजेगा ऐसे तुमको, कौन मेरी तरहां।।

आजादी मुझसी तुम, पा नहीं सकोगे।

कभी चैन से तुम, रह नहीं सकोगे।।

मेरे बिना तुम------------------------।।






शिक्षक एवं साहित्यकार- 

गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद

तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

मोबाईल नम्बर- 9571070847

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