हर बालिका झूमेगी

 हर बालिका झूमेगी



आधी दुनिया के महत्व को बताने,

 समाज में अहमियत याद दिलाने,

2009से प्रतिवर्ष 24 जनवरी को

बालिका दिवस हम सभी मनाते हैं।


होती बालिकाएं भी समाज का अंग,

सुंदर शिक्षा से भरो इनमें शक्ति के रंग,

शिक्षा और शक्ति से बदलेगा जीवन,

इस दिन यही तो हम जग को बताते हैं।


पर दुख है क्रियान्वयन उतना नहीं होता,

जितना प्रचार प्रसार मीडिया में है होता,

अभी भी कहीं कहीं पर इस समाज में

लोग बालक बालिका में भेद मनाते हैं।


करे ओम निज कर बांध निवेदन सबसे,

पहले घर में समानता दो सत हृदय से।

फिर  समाज में देखो कितनी सार्थक

बालिका दिवस की मुहीम चलाते हैं।


निश्चय मानो समाज तस्वीर बदलेगी,

हर बालिका सही अर्थों में तब झूमेगी ।

सुंदर नारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 

पूरण होगा जिसको हम नित गाते हैं।।


ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम

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