शीर्षक- नववर्ष का आगमन

 शीर्षक- नववर्ष का आगमन



नई साल  की  यह  है  नई कविता

जीवन में बह  खुशियों  की सरिता

नया भोर है नई हो मन मे चंचलता

हों प्रफुल्लित सब में  हो कुशलता


अब  नया  साल   फिर  से मनायेंगे

फिर  से    सोई   खुशियां  जगायेंगे

अपनें   कर्तव्यों  को  याद दिलायेंगे

अब  20 2 2 सबकी  मंगलमय हो,

यही   ईश्वर  से  हम  दुआ  मनायेंगे


अब न आये कोई भी संकट की साल

जिसने  सभी को कर दिया था बेहाल

2021ने कई खड़े कर दिए थे सवाल

लॉकडाउन ने सबके किये थे बुरे हाल


बूढा  दिसम्बर, जवाँ  जनवरी का आ,

गया 21वीं सदी  का 2022 वां साल

नया पल,नया सवेरा सभी हों खुशाल

ये प्रार्थना करेगें शुभ आय नया साल


अब  हर  उपवन   हमारा   खिला रहे

हर  पल  खुशियों  का मेला  लगा रहे

तम  नही   प्रकाश का  दीप जला रहे

2022 वां साल  हर वला से टला रहे

खुशियों की सरिता का नीर बहता रहे


रचनाकार- कवि अरुण चक्रवर्ती

गुरसहायगंज कन्नौज उत्तर प्रदेश

Mo.9795718204

Comments

Popular posts from this blog

स्योहारा।आज ग्राम चंचल पुर में उस समय चीख पुकार मच गई जब बारातियों को ले जा रही एक स्कार्पियो कार की यहां एक खंबे से टक्कर हो गई और कार के परखच्चे उड़ गए।

मालगाड़ी की चपेट में आकर हुई युवक की दर्दनाक मौत