*भारतीय साहित्य संस्कृति का काव्य संवाद यात्रा कार्यक्रम संपन्न*

 *भारतीय साहित्य संस्कृति का काव्य  संवाद यात्रा कार्यक्रम संपन्न*



साहित्य समाज का दर्पण - महेंद्र सिंह 'राज'

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साहित्यिक सामाजिक संस्था 'भारतीय साहित्य संस्कृति' का 'काव्य संवाद यात्रा' आनलाइन कार्यक्रम दिनांक 14.08.2021 को सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एवं कई एनजीओ से जुड़ी भारतीय साहित्य संस्कृति एक सम्मानित संस्था है। एक ऐसी संस्था जिसका मुख्य उद्देश्य मानव कल्याण, जनजीवन कल्याण, पशुसेवा, रक्तदान, नेत्रदान तथा समाज के कल्याण के लिए प्रयत्नशील रहकर जनमानस में जागरूकता को विकसित करना और संवेदना जगाना है। भारतीय साहित्य संस्कृति भारतीय साहित्य के साथ- साथ भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए सदैव कार्यरत रहता है। यह मंच साहित्य, कला एवं समाज सेवा में समर्पित लोगों को एक नई पहचान देने और उनके उत्कृष्ट कार्यों को प्रकाश में लाने का भरपूर प्रयास करता है।

     भारतीय साहित्य संस्कृति  एक साक्षात्कार कार्यक्रम ,काव्य संवाद यात्रा कार्यक्रम का आयोजन करता है । जिसमें समाज की विभिन्न सेवा से जुड़े लोग, उत्कृष्ट साहित्यकार, कला,शिक्षा ,संस्कृति तथा जनकल्याण के लिए अनुकरणीय कार्य करने वाले  अतिथियों को आमंत्रित किया जाता है और संवाद के द्वारा लोगों में मानवता की भावना को जागरूक और प्रेरित करने का प्रयास किया जाता है। आमंत्रित अतिथियों से उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं, उनके व्यक्तित्व और समाज के लिए उनके प्रेरक पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की इसी कड़ी में इस बार भारतीय साहित्य संस्कृति के मंच पर इस बार अतिथि के रुप में चंदौली (उ.प्र.) से वरिष्ठ कवि/साहित्यकार महेंद्र कुमार सिंह जी को आमंत्रित किया गया। 

बहुमुखी प्रतिभा के धनी आ. महेंद्र सिंह जी मंचों को भी सहयोग, मार्गदर्शन देते रहते हैं। महेंद्र सिंह जी ने लोगों के साथ अपनी जन्म से लेकर अब तक की जीवन यात्रा को काव्यात्मक रुप में भी साझा किया एवं अपनी स्पष्टवादिता/ वाकपटुता से श्रोताओं को बहुत प्रोत्साहित कर अपनी छाप छोड़ा। 

कार्यक्रम की मंच संचालिका आ.आराधना प्रियदर्शिनी के एक सवाल के जवाब में उन्होंने लोगों से अपील की कि जिससे जो भी बन पड़े,वह उसी दिशा में किसी व्यक्ति अथवा समाज, राष्ट्र और संसार के लिए निःस्वार्थ भाव से सेवा/सहयोग करे, ये हम सब की नैतिक/मानवीय जिम्मेदारी भी है ।चलते चलते उन्होंने मंच के क्रियाकलापों की बढ़-चढ़कर सराहना भी की और खुलकर अपने विचार रखे।

संस्था के संस्थापक आ.कौशल किशोर जी एवं सह संस्थापिका आ.आराधना प्रियदर्शनी जी ने भी श्रोताओं का मनोबल खूब बढ़ाया।         

संस्था द्वारा आज के अतिथि रहे आ.महेंद्र सिंह जी को सम्मान पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।

देश विदेश से अनेक साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक विभूतियों से प्राप्त शुभकामनाओं से पूरा पटल/कार्यक्रम सुशोभित व सुरभित रहा।

वरिष्ठ साहित्यकार/कवि और मंच के शुभचिंतक आ. सुधीर श्रीवास्तव जी (गोण्डा, उ.प्र.) ने कार्यक्रम की सफलता और मंच की गतिविधियों के लिए अपनी बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि मंच साहित्य और सामाजिक क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाने में जरूर सफल होगा।साथ ही उन्होंने हर संभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया।

अपनी शानदार कामयाबी से उत्साहित अब भारतीय साहित्य संस्कृति अपने अगले चरण की तैयारियों की ओर मजबूत और बुलंद हौसले के साथ अग्रसर हो रहा है।

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