प्रयागराज कल्चरल सोसायटी का

 प्रयागराज कल्चरल सोसायटी का


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की प्रथम काव्य गोष्ठी संपन्न

***********************          रविवार दिनांक 30/5/2021को 'प्रयागराज कल्चरल सोसायटी' की प्रथम जूम एप काव्य गोष्ठी का शानदार आयोजन संपन्न हुआ। जिसमें विभिन्न प्रान्तों के सहभागी कवियों/कवयित्रियों ने एक से बढ़ कर एक रचनाएँ प्रस्तुत की।

      काव्य गोष्ठी का शुभारंभ आ. ऋचा मिश्रा रोली द्वारा प्रस्तुत माँ शारदे की वंदना के साथ  हुआ। 

      तत्पश्चात आ.ऊषा जैन जी ने अपनी रचना "सुख की तलाश में क्यों तुम अपना काम तमाम करते हो,

 सुख तो तुम्हारे अंदर है क्यों उसे बाहर तलाश करते हो" से गोष्ठी का आगाज़ किया।

   आ.पूजा नवीरा जी ने अपनी रचना "बिखराव अंतस का हो तो खुद को समेटना जरूरी है। हालात मन के हों बेकाबू तब ठहराव जरूरी है"।

       आ.नंदिनी लहेजा जी ने दिव्यांजनो पर पढ़ा--"आप जैसे हम इंसां हैं अधूरे हुए तो क्या हुआ।

     मन आप जैसे ही भावनावो से भरा है तन किसी हिस्से के साथ छुडा है तो क्या हुआ"।


 आ.प्रीतम राठौर श्रावस्तवी जी ने मद्यपान पर व्यंग्य करते हुए अपनी अवधी रचना- 

"तोहरे अंदर बड़ी कला है, हे दारू महरानी। 

तुहका जे अपनाय लिहिस ऊ अउर ना केहुक जानी" पढ़ी।

आ. देवेश मिश्र जी ने हास्य की फुहार डालते हुए पढ़ा- "रसगुल्ला छूट गवा सबके, सबके पनीर भी छूट गवा"।

   आ.प्रीति त्रिपाठी जी ने बेटियों पर अपनी रचना "चिड़िया कहा है आकाश तो दो।

 अपनों के जैसा आभास तो दो।

 पढ़ कर सभी को भावुक कर दिया। आ.अभिलाषा मिश्रा जी ने माँ की महत्ता पर पढ़ा "मां तेरे आंचल जैसा शीतल कुछ कहाँ लगता ,कितना पाऊँ मां प्यार तेरा मन नहीं भरता।

श्री सुधीर श्रीवास्तव जी ने भावनाओं की बारिश की कि- "कब कहां कैसे और कितनी कोई अनुमान ही नहीं।"

आ.सविता मिश्रा जी ने अपने काव्यत्मक परिचय में पढ़ा _ सूरज जैसा अपना जीवन रखती हूँ,मै सविता कहलाती हूँ।

भारद्वाज ऋषि के गोत्र में जन्म लेने से मिश्रा कहलाने का गौरव पाती हूँ।

आ.रमा बहेड जी ने काव्य पाठ करके सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।

संस्था के निदेशक आ.कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव ने- "सजाते रहो तुम बराबर यह महफिल कला के उपासक चले आ रहे हैं"।

 पढ़कर सभी को शुभकामनाएं और बधाई दी ।आयोजन में व्यवस्थापक संगीता श्रीवास्तव जी की गरिमामय उपस्थित रही संस्था अध्यक्ष ऋचा मिश्रा रोली जी ने भी श्रृंगार के मुक्तक और छंद पढ़कर लोगों का स्वागत किया और ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम का समापन किया।

    ज्ञातव्य है कि सोसायटी की अध्यक्षा आ.ऋचा मिश्रा "रोली",निदेशक आ.कृष्ण गोपाल श्रीवास्तव और

मीडिया प्रभारी आ.देवेश मिश्र "निर्मल"जी  हैं।

सोसायटी ऐसे आयोजन निरंतर जारी रखने की रुपरेखा को अंतिम रुप देने की दिशा में काम कर रही है।

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