कविता ॥ होली की संदेश ॥

 कविता ॥ होली की संदेश ॥


रचना _ उदय किशोर साह

मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार

9546115088


होली की रंग में जो

बरसता है प्रेम रंग

उस रंग में खुद को

रंगा लीजीये

दिल में नफरत की चिंगारी

जो सुलग रही है अब तक

इस चिंगारी को रंग से

बुझा लीजीये

ईष्या द्वेष जो समाज में

घुल रही है घर घर

इस जहर को हो सके तो

मिटा दीजीये

जीवन खुशी का तोहफा 

है अगर

इस तोहफा को गले से

लगा लीजीये

जीवन को खुशी की

डगर पे ले चलो

जीवन को खुशी की

बहार दीजीये

गुस्सा व गम जीवन को

खोखला करता है अगर

इस गुस्से को समन्दर में

डुबो दीजीये

जीवन में खुशहाली

देखना चाहता है अगर

जीवन में इन्सानों की

कद्र कीजीये

जीवन के सफर में

मानवता बने हमसफर

एसी सफर में जीवन को

उतार लीजीये।




उदय किशोर साह

मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार

9546115088

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