साहित्य साधक मंच द्वारा वर्ष 2020 में क्या खोया क्या पाया विषय पर आहूत की गई काव्य सम्मेलन*

 *साहित्य साधक मंच द्वारा वर्ष 2020 में क्या खोया क्या पाया विषय पर आहूत की गई काव्य सम्मेलन*


ओनलाइन कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि साहित्यकार रामनाथ साहू ननकी ने की।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राणा जयराम सिंह "प्रताप " जी  थे l कार्यक्रम का श्री गणेश मंच के अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार क्रांति के द्वारा मां शारदे के प्रतिमा पर माल्यार्पण , दीप प्रज्वलन एवं शंखनाद के साथ हुआ।

मंच के द्वारा प्रदत्त विषय पर नई दिल्ली से डॉ.लता,बाड़मेर राजस्थान से नीलम जैन ,दरभंगा बिहार से अनुश्री, अररिया बिहार से रणविजय यादव, फतेहपुर उत्तर प्रदेश से डॉ विनय कुमार सिंह, गोंडा उत्तर प्रदेश से सुधीर श्रीवास्तव ,मुजफ्फरपुर बिहार से सीमा अग्रवाल, दुर्ग छत्तीसगढ़ से जितेंद्र कुमार वर्मा ,खटीमा उत्तराखंड से राधा तिवारी राधेगोपाल ,काशी से शिव प्रकाश साहित्य, मुजफ्फरपुर बिहार से दीपक कुमार पंकज ,नोएडा से सपना सक्सेना दत्ता ,बेतिया बिहार से व्यंजना आनंद , पश्चिमी चंपारण से सुरंजना पांडे, नई दिल्ली से दिनेश कुमार पांडे, छत्तीसगढ़ से मंज़री निधि, बिजनौर उत्तर प्रदेश से अमित कुमार बिजनौरी, गोपालगंज बिहार से वशिष्ठ प्रसाद, बाराबंकी उत्तर प्रदेश से अमर सिंह निधि, सहरसा बिहार से शशिकांत शशि ,सहित अन्य राज्यों के कवि एवं कवित्रियों ने इस कवि सम्मेलन में प्रतिभाग कर बीते वर्ष की खट्टी मीठी यादें ताजा किया।

कार्यक्रम समाप्ति पर मुख्य अतिथि डॉ. राणा ने अपने उद्बोधन में कहा साहित्यिक चेतना के माध्यम से समाज को उन्नत किया जा सकता है,यह मंच इस कार्य हेतु कृत संकल्पित है।इसके साथ ही सभी कलमकार बन्धु एवं बहनों को वर्तमान वर्ष में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी मंच को आगे बढ़ाने के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं आभार। नववर्ष के लिए सभी भाई-बहनों को अनेकानेक मंगलकामनाएँ ।  अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में रामनाथ साहू ननकी जी ने कहा साहित्य भी एक साधना है इस हेतु मंच के सभी सदस्यों को साहित्यिक साधना करनी चाहिए ताकि मंच आगे बढ़े। कवि दिनेश कुमार पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि इस कविगोष्ठी की शोभा आप सभी कविजन है हम आप सभी कविजनों के प्रति आभार प्रकट करते हैं। एवं भविष्य में मंच पर आपकी उपस्थिति की कामना करते हैं। मंच संचालन कवियित्री व्यंजना आनंद मिथ्या जी एवं मंजरी निधि द्वारा किया गया।मंच के राष्ट्रीय संस्थापक-सह-अध्यक्ष कृष्ण कुमार क्रांति ने सभी आगत कविजनों से अनुरोध किया कि आप सभी निरंतर मंच के द्वारा आहूत कवि गोष्ठी में उपस्थित होकर मंच को राष्ट्रीय गरिमा प्रदान करें ताकि यह मंच सूर्य की आभा की भांति अपनी रश्मियाॅं  सदा  सदा बिखेरता रहे उन्होंने सभी को नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं संप्रेषित किया। अंत में सभी रचनाकारों ने मिलकर राष्ट्रीय गान और भारत माता की जयकारा से कार्यक्रम का समापन किया।

Comments

  1. सुंदर खबर है👏👏👏💥

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  2. आगे बढ़ते रहिए मंजिल गढते रहिए

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  3. अति उत्तम
    नव वर्ष मंगलमय हो हमारा यह परिवार नित नए सोपान चढ़ता रहे।

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  4. हार्दिक बधाई

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